रामायण के अनुसार,नारी गहने क्यों पहनती हैं?

जनकसुता जग जननि जानकी। अतिसय प्रिय करुनानिधान की॥ताके जुग पद कमल मनावउँ। जासु कृपाँ निरमल मति पावउँ॥ भावार्थ:-राजा जनक की पुत्री, जगत की माता और करुणा निधान श्री रामचन्द्रजी की…